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असद के लिए फिक्रमंद है जेल में बंद अली







असद के लिए फिक्रमंद है जेल में बंद अली


हाई सिक्योरिटी बैरक में लगातार की जा रही निगरानी

नैनी। अधिवक्ता उमेश पाल हत्याकांड से माफिया अतीक अहमद और उसके परिवार की बेचैनी बढ़ी हुई है। जब से इस शूटआउट में उसके घर के लाडले मोहम्मद असद का नाम आया है। पिता, मां, चाचा के साथ - साथ सेंट्रल जेल नैनी में बंद बड़ा भाई मोहम्मद अली भी छोटे के लिए परेशान है। हर पल वह बाहर भी दुनिया की जानकारी जुटाने के लिए जतन करता रहता है। लेकिन सलाखों के पीछे होने की वजह से उसको बहुत दिक्कत आ रही है। उसकी बेचैनी का आलम यह है कि 3 दिन पहले जेल के अंदर उससे मिलने पहुंचे तीन अधिवक्ताओं ने करीब आधे घंटे की मुलाकात की। जिसमें उसने एक दर्जन से ज्यादा बार असद के बारे में पूछा। पुलिस द्वारा लगातार की जा रही कार्रवाई से अली इन दिनों काफी बेचैन रहता है। सेंट्रल जेल नैनी के हाई सिक्योरिटी बैरक के अलग सेल में बंद अली की निगरानी चार लंबरदार व चार कैमरे के माध्यम से की जा रही है। इन दिनों उसकी खुराक भी कम हो गई है सूचना का कोई माध्यम ना होने के कारण वह लंबरदारो से बाहर हो रही गतिविधियों के बारे में जानकारी लेने की कोशिश करता है। सूत्रों के अनुसार इन दिनों वह असद की सुरक्षा को लेकर काफी बेचैन है। जेल ट्रांसफर किए जाने की खबर भी उसकी परेशानी का कारण बनी हुई है।








एक करोड़ की रंगदारी और धमकी देने के मामले में नैनी सेंट्रल जेल में बंद माफिया अतीक के दूसरे नंबर के बेटे मोहम्मद अली की सलाखों के पीछे इन दिनों बेचैनी स्पष्ट देखी जा सकती है। वह अपने बैरक में दिन भर परेशान रहता है। आधी - आधी रात को उठकर टहलने लगता है। उमेश पाल हत्याकांड के बाद उससे मिलने कोई जानने वाला जेल नहीं आया है। 3 मार्च को उससे मिलने के लिए वरिष्ठ जेल अधीक्षक सेंट्रल जेल नैनी के पास 3 अधिवक्ताओं की टीम ने एक पत्र भेजा था। वरिष्ठ जेल अधीक्षक ने बताया कि अली इन दिनों काफी घबराया हुआ है। छानबीन के बाद ही अधिवक्ताओं को मोहम्मद अली से मिलने की अनुमति दी थी। 


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