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अली अहमद की बैरक को पुलिस ने खंगाला



अली अहमद की बैरक को पुलिस ने खंगाला


जेल प्रशासन ने बताया रुटीन निरीक्षण

प्रयागराज। उमेश पाल शूटआउट के बाद से ही जेल में बंद अतीक अहमद एंड कंपनी पर शासन का शिकंजा कड़ा कर दिया है। शुक्रवार को पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारियों ने नैनी सेंट्रल जेल में औचक छापा मारा। एडीएम सिटी मदन कुमार और डीसीपी यमुनानगर संतोष कुमार मीणा के नेतृत्व में करीब 12 बजे नैनी सेंट्रल जेल में भारी पुलिस फोर्स के साथ छापेमारी की कार्रवाई की गई।
सेंट्रल जेल में बंद बाहुबली पूर्व सांसद अतीक अहमद के दूसरे बेटे अली अहमद के बैरक में जाकर जांच पड़ताल की गई। छापेमारी लगभग दो घंटे तक चली। इसके साथ ही आला अधिकारियों ने हर एक बैरक की तलाशी ली और  इस दौरान पुलिस प्रशासन के अफसरों ने जेल के अस्पताल का भी निरीक्षण किया। इस दौरान पुलिस प्रशासन के अफसरों की छापेमारी से जेल के कर्मचारियों और अधिकारियों में हड़कंप मचा रहा। 





वही नैनी सेंट्रल जेल के सीनियर सुपरिटेंडेंट एस के सिंह ने पुलिस और प्रशासन के अफसरों की छापेमारी को रूटीन निरीक्षण बताया है। उनके मुताबिक जेल में किसी तरह की अनियमितता यह कोई गड़बड़ी नहीं पाई गई है। हालांकि उन्होंने कहा है कि अन्य कैदियों की बैरकों के साथ ही बाहुबली पूर्व सांसद अतीक अहमद के बेटे अली अहमद के बैरक की भी तलाशी ली गई है। लेकिन वहां भी कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिला है।गौरतलब है कि नैनी सेंट्रल जेल में तीन दिन पहले 14 मार्च को ही जेल में बंद एक कैदी को मोबाइल फोन पहुंचाए जाने का सनसनी मामला प्रकाश में आया था। हालांकि जेल अधिकारियों और कर्मचारियों की सतर्कता की वजह से नैनी सेंट्रल जेल में बंद पश्चिमी यूपी बागपत के शातिर अपराधी अनिल धनपद तक फोन पहुंचाने की कोशिश नाकाम कर दी गई थी और आरोपी युवक राज मिश्रा को पकड़कर नैनी थाना पुलिस को सौंप दिया गया था।शातिर अनिल धनपद बागपत जिले के रमाला थाना क्षेत्र के ककड़ी पुर गांव का है। जिस पर 11 मुकदमे दर्ज हैं।

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