अशरफ की मदद करने पर बंदी रक्षक समेत दो भेजे गए जेल
साले सद्दाम पर भी संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज
प्रयागराज। प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड के बाद नित्य रोज नए खुलासे हो रहे हैं। इसी क्रम में बरेली जिला जेल में बंद खालिद अजीम उर्फ अशरफ की जेल में गैर कानूनी ढंग से मुलाकात और मदद करने के आरोप में बरेली जिला प्रशासन ने बंदी रक्षक समेत दो व्यक्तियों को गिरफ्तार कर मंगलवार को जेल भेज दिया है। इस मामले में अशरफ समेत पांच लोगों पर नामजद एफआईआर भी दर्ज की गई है। जिसमें अशरफ का साला सद्दाम, लल्ला, कैंटीन में सामान सप्लाई करने वाला दयाराम उर्फ नन्हे, बंदी रक्षक शिव हरी अवस्थी शामिल है। उमेश पाल हत्याकांड में अशरफ की भूमिका को लेकर बरेली प्रशासन में जब एसओजी और सर्विलांस टीम को लगाया। तो सारा मामला सामने आ गया। बताया जाता है कि अशरफ की साले सद्दाम पुत्र मंसूर अहमद ने जिला जेल के समीप थाना बारादरी में मोहम्मद हसीन नामक व्यक्ति से मुश्ताक बन कर मकान किराए पर लिया था। बताया जाता है कि किराया मांगने पर सद्दाम ने हसीन को जान से मारने की धमकी भी दी थी। इस बारे में मोहम्मद हसीन में सद्दाम के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया है।पुलिस सूत्रों के मुताबिक सद्दाम कि वह शख्स है जो बंदीरक्षक शिव हरी अवस्थी के माध्यम से रिश्तेदारों, करीबियों और गुर्गों को अशरफ से मिलाने के लिए भेजता था। इसके बदले में शिवहरि को लंबी रकम प्राप्त होती थी। वही कैंटीन में समान सप्लाई करने वाला दयाराम अशरफ तक खाने-पीने की तमाम चीजें मुहैया करवाता था। प्रशासन ने दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। वहीं सद्दाम की गिरफ्तारी पर तस्वीर साफ नहीं हो सकी है।
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