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चर्चित हत्याकांड में सीबीआई ने दी दस्तक





चर्चित हत्याकांड में सीबीआई ने दी दस्तक


अतीक के पुराने शूटर्स पर जांच एजेंसियों की नजर

प्रयागराज।  प्रयागराज  में 18 साल पहले हुए पूर्व बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के साथ उमेश पाल हत्याकांड के तार भी किसी न किसी रूप में जुड़े हैं । जाँच एजेंसियों को मिल रहे इनपुट्स में यह बात भी सामने आई है कि गुजरात की जेल में बंद माफिया अतीक अहमद कई वारदातों में अपने पुराने भरोसे मंद शूटर्स की भी मदद लेता है ।अतीक का ऐसा एक पुराना शूटर है अब्दुल कवी जो पिछले 14 साल से पुलिस की गिरफ्त से बाहर है । उमेश पाल हत्याकांड में भी उसके शामिल होने के संकेत मिले हैं जिसके बाद कवी के कौशाम्बी जिले के जमालपुर भखंदा में  तीन करोड़ की लागत के अवैध मकान को बुलडोजर ने जमीदोज कर दिया। अब्दुल कवी के करीबियों की अवैध तरीके से अर्जित की गई करोडो की  सम्पत्ति का लेखा जोखा जुटाने सीबीआई की 2 सदस्यीय जांच टीम कौशाम्बी जिले की मंझनपुर तहसील पहुची। टीम में दिल्ली से आये 2 अफसरों ने तहसीलदार भूपाल सिंह से करीब ढाई घंटे  बातचीत की । जानकारी के मुताबिक़ इसमें माफिया अतीक के शूटर रहे अब्दुल कवी के बारे में कई सवाल किये गए ।  शूटर अब्दुल कवी के खानदान की चल-अचल संपत्ति के राजस्व अभिलेख की जानकारी भी सीबीआई ने जुटाई है । 







इसके अलावा सीबीआई  तहसील के अभिलेखागार भी गई। जहां एसडीएम मंझनपुर से उसने जमालपुर भखंदा एवं रकसराई गांव के भू-अभिलेख के  ब्लू प्रिंट हासिल किये । इसमें  शूटर अब्दुल कवी के बाबा अब्दुल अजीज , पिता अब्दुल गनी , पत्नी कनीज फातिमा, भाई अब्दुल वली, उसकी पत्नी फैजिया बानो, भाई अब्दुल कदीर, उसकी पत्नी बुशरा, भाई अब्दुल मुगनी उसकी पत्नी शाहीन बानो के कागजात शामिल हैं । वही होली के त्यौहार के समय थम गए बुलडोजर के पहिये अब फिर से अतीक और उसके गैंग के सदस्यों पर चलने को बेताब  हैं। प्रयागराज विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अरविंद चौहान के मुताबिक पीडीए ने अतीक अहमद गैंग से जुड़े तीन दर्जन से अधिक लोगो की जो सूची तैयार की है उनके खिलाफ कार्यवाही का सिलसिला फिर से शुरू होने जा रहा है ।

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