मूर्तिकार दे रहे देवी देवताओं की प्रतिमाओं को आकार
आगामी त्योहार को देखते हुए कर रहे तैयारी
नैनी। यमुनानगर क्षेत्र में नैनी थाने के सारंगपुर मोहल्ले में मूर्तिकार आगामी त्योहारों के लिए देवी देवताओं की मूर्तियों को आकर देने में जुट हुए है। करीब महीने भर पहले यहां पहुंचे मूर्तिकार गणेश और दुर्गा की मूर्तियों को अपनी प्रतिभा से मूर्त रूप दे रहे है। उनकी इन मूर्तियों की मांग केवल प्रयागराज में ही नहीं बल्कि आस पास के जिलों में भी है।
राजस्थान और बिहार के मूर्तिकार दिन भर की मेहनत से मूर्तियों को बनाने में लगने वाले कच्चे माल को उपयुक्त बनाने में लगे है। मिट्टी, खड़िया मिट्टी, नारियल का छिलका, बांस, धान की डंडल आदि के माध्यम से नया रूप देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। राजस्थान के जिला पाली के निवासी रूप कुमार पिछले पच्चीस सालों से मूर्तियां बना रहे है।उनके साथ उदयपुर, बूंदी और बांसवाड़ा जैसे जिले से अन्य कारीगर भी आए है। बिहार से भागलपुर, मुंगेर,गया और सारण जिले से हरीलाल , पप्पू , योगेश भी मूर्तियां बनाने में लगे हुए है। गणेश प्रतिमाएं 25 अगस्त तक तैयार हो जाएंगी जबकि दुर्गा प्रतिमाएं नवरात्रि के शुरुआत से पहले आकर ले लेंगी। मूर्तिकार रूप कुमार के अनुसार यहां सबसे छोटी मूर्ति लगभग एक हजार और सबसे बड़ी दस हजार की कीमत की है। स्थानीय लोगों के साथ ही चित्रकूट,मिर्जापुर, कौशांबी जैसे जिलों के लोग यहां से प्रतिमाएं ले जाते है














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