फिरौती के लिए नाबालिग ने किया मासूम का किडनैप
कंचा देने के बहाने ले गया अपने साथ
प्रयागराज। कौंधियारा थाना के जारी बाजार के रहने वाले एक व्यापारी के कक्षा चार में पढ़ाने वाले बेटा बुधवार की सुबह आठ बजे अचानक गायब हो गया। काफी दर तक परिजनों ने उसकी तलाश की लेकिन जब कामयाबी नहीं मिली तो परिजनों ने गुमशुदी की रिपोर्ट दर्ज कराई। रिपोर्ट के बाद सक्रिय हुई पुलिस ने तलाशना शुरु किया। तभी परिजनों को घर से 500 मीटर दूर नहर के पास बच्चे के बेसुध पड़े होने की खबर मिली। रात करीब 10:30 बजे बच्चे को बरामद कर लिया गया। बताया जाता है कि बच्चा बेसुध था और उसके शरीर पर चीटियां चल रही थी। पुलिस ने नाबालिग आरोपी को न्यायिक अभिरक्षा में ले लिया है और घायल बच्चे को इलाज़ के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
कौंधियारा थाने के जारी के रहने वाले राजेश केसरवानी के दो बेटे है। राजेश का बड़ा बेटा श्लोक कुमार 7वीं में पढ़ता है। जबकि छोटा बेटा अंश कक्षा चार में पढ़ता है। राजेश धान के व्यापारी है। राजेश का छोटा बेटा अंश बुधवार की सुबह आठ बजे घर के बाहर से गायब हुआ था। उन्होंने बताया कि जब 12 बजे दोपहर मे मै घर आया तो पत्नी ने कहा कि बेटे को खाने के लिए बुलाया, लेकिन वह नहीं दिखा। इसके बाद बच्चे की खोजबीन करने में जुट गए। मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने आस पास के सीसीटीवी कैमरो को चेक किया तो बच्चा एक नाबालिग के साथ जाता दिखाई दिया। पुलिस आरोपी को पूछताछ के लिया उठा लिया। आरोपी किशोर ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि वह बच्चे को कंचा देने के बहाने घर के बाहर से बुलाकर अपने साथ 500 मीटर दूर लेकर गया था। इसके बाद बच्चे के सिर पर पत्थर से हमला कर उसे बेहोश के दिया और उसे झाड़ी में हांथ पांव बांधकर फेंक दिया और फिर घरवालों से फिरौती मांगने के लिए किसी दूसरे व्यक्ति की तलाश करने लगा। घरवाले अपहरणकर्ता को फिरौती देते इससे पहले पुलिस ने सीसीटीवी की मदद से उसे पकड़ लिया। आरोपी ने बताया कि वह कपड़े की दुकान पर काम करता है। उसने कई लोगों से कर्ज ले रखा था जिसे चुकाने के लिए उसे पास बार बार कर्ज देने वालो काफ़ों आ रहा था। इससे वह काफी परेशान और उसने मासूम का अपरहण कर लिया। हालांकि वह अपने मनसूबों में कामयाब नहीं हो सका। वह घर वालो से फिरौती की डेढ़ लाख रकम मांगता इससे पहले गिरफ्तार कर लिया गया।
डीसीपी यमुनानगर विवेक चंद्र यादव ने बताया कि जिस मासूम बच्चे का आरोपी किया गया था। उसकी दादी और अपहरण करने वाले नाबालिग किशोर की दादी आपस में बहन थी। दोनों दूर के रिश्तेदार भी है। इस वजह से किसी को कोई शक नहीं हुआ और वह बच्चे को घर के बाहर से खेलने के दौरान कंचा देने के बहाने अपने साथ ले गया और सिर पर पत्थर से मारकर उसे बेहोश कर दिया। इसके बाद बच्चे का हांथ पांव बांधकर झाड़ियों में फेंक दिया था। डीसीपी के मुताबिक आरोपी परिवार वालो से फिरौती मांगने की फिराक में था। लेकिन उससे पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए समय पर पहुंचकर बच्चे को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करा दिया है। पूरे मामले की जांच की जा रही है।
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