Header Ads Widget

Responsive Advertisement

इलाहाबाद से मिली शिक्षा और संस्कार. : तिग्मांशु धूलिया

 इलाहाबाद से मिली शिक्षा और संस्कार

 :  तिग्मांशु धूलिया 






 प्रयागराज। भारतीय फिल्म अभिनेता, लेखक, निर्माता और निर्देशक तिग्मांशु धूलिया ने कहा कि इलाहाबाद (प्रयागराज) उनकी मां है। यहां से न सिर्फ उन्होने शिक्षा प्राप्त की है बल्कि संस्कार और इलाहाबादी तेवर भी मिले हैं। तिग्मांशु धूलिया ने उक्त बातें शुक्रवार को नैनी के यूनाइटेड ऑडिटोरियम में यूनाइटेड ग्रप ऑफ इंस्टिट्यूशन्स (यूजीआई) द्वारा आयोजित मोटीवेशनल कार्यक्रम यूनाइटेड टॉक्स 2025 के दौरान कहीं।
छात्रों को सम्बोधित करते हुए कहा कि पढ़ाई नौकरी तो दिला सकती है, पर दिलचस्प आदमी नहीं बना सकती। उसके लिए आपको दूसरी चीजों में भी दिलचस्पी दिखानी पड़ेगी जैसे कि फोटोग्राफी, अभिनय, पाक-कला में निपुणता इत्यादि। इसके लिए आपको जागरुक होना पडेगा। छात्रों से कहा कि पढ़ाई के साथ विवेक का जुड़ना अत्यन्त जरुरी है। कहा की असफलता से कभी निराश नहीं होना चाहिए। क्योंकि ये आपको सिखाता है। नई राह दिखाता है। 





उन्होने कहा कि इस देश को आज अच्छे और  जिम्मेदार नागरिक की जरुरत है। इसमें शिक्षा का अहम योगदान है। इलाहाबाद में बिताये अपने दिनों की याद साझा करते हुए तिग्मांशु धूलिया ने कहा कि उन्होने इलाहबाद के कई रंग देखे हैं। वो यहां की सांस्कृतिक और राजनीतिक गतिविधियों में शामिल रहे हैं। उन्होने अपने समय के इलाहाबाद और वर्तमान समय के इलाहाबाद (प्रयागराज) में आए बदलावों पर भी चर्चा की। कहा की आज के इलाहाबाद के स्वरुप, यहां के रहन-सहन, खान-पान, सोच आदि में बहुत बदलाव आया है। 
अपनी गैंग ऑफ वासेपुर, हासिल, राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता पान सिंह तोमर आदि जैसी बेहतरीन फिल्मों पर चर्चा की और कुछ रोचक तथ्यों को बारे में बताया। अपने मित्र एवं बेहतरीन कलाकार स्वर्गीय इरफान खान के बारे में कुछ रोचक किस्से सुनाए। इस अवसर पर छात्रों ने तिगमांशू धूलिया से अपने मन की बात भी साझा की। कुछ सवाल भी किए।
इस मौके पर तिग्मांशु धूलिया को उनके भारतीय सिनेमा और समाज में अमूल्य योगदान के लिए यूआईपी के प्राचार्य प्रो आलोक मुखर्जी, यूआईटी के प्राचार्य प्रो संजय श्रीवास्तव व यूसीईआर के प्राचार्य डॉ स्वपनिल श्रीवास्तव द्वारा अंगवस्त्रम व स्मृतिचिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। प्रो संजय श्रीवास्तव ने धन्यवाद प्रस्ताव ज्ञापित कर कार्यक्रम का समापन किया। इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारम्भ गणमान्य लोगों द्वारा दीप प्रज्जवलित कर हुआ। डॉ स्वपनिल श्रीवास्तव ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। 

Post a Comment

0 Comments