अपने गुरु की जेल में हत्या करा कर प्रकाश में आया था कुख्यात् अपराधी आशीष रंजन उर्फ छोटू
प्रयागराज। प्रयागराज के शंकरगढ़ थाना क्षेत्र के शिवराजपुर चौराहे के समीप स्पेशल टास्क फ़ोर्स ने बुधवार की देर झारखंड के कुख्यात् अपराधी आशीष राजन उर्फ़ छोटू सिंह को मुठभेड़ में मौत के घाट ुउतार् दिया। बताया जाता है कि मुठभेड़ के दौरान आशीष ने A k 47 से करीब 15 राउंड फायर किया था। इसी दौरान वह घायल हो गया था। इलाज़ के दौरान उसकी मौत हो गई।
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| आशीष रंजन उर्फ़ छोटू |
महज 28 साल की उम्र में धनबाद के जैसी मलिक रोड निवासी आशीष रंजन उर्फ छोटू अपराध की दुनिया का पर्याय बन गया था। 2019 में धनबाद के वीर कुंवर सिंह कॉलोनी निवासी प्रॉपर्टी डीलर समीर मंडल की हत्या में प्रकाश में आए आशीष रंजन की अपराध की यात्रा 6 साल की रही। अपने ही गुरु अंबेडकर नगर जनपद निवासी अमन सिंह की हत्या रंगदारी के हिस्से में विवाद के चलते दिसंबर 2023 में धनबाद जेल में कर दी थीथी इस कांड से उसके नाम का डंका झारखंड ही नहीं पड़ोसी राज्यों में भी बजाने लगा था। बताया जाता है कि आशीष रंजन उर्फ छोटू पहले गैंगस्टर अमन सिंह के लिए ही काम करता था लेकिन धनबाद से रंगदारी के तौर पर वसूले जाने वाला 30 लाख रुपया दोनों के बीच दरार का मुख्य कारण बन गया था।
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| मुठभेड़ में शामिल टीम |
आशीष रंजन उर्फ छोटू सिंह का मुठभेड़ में मारा जाना पुलिस के लिए एक बड़ी कामयाबी है। बताया जाता है कि मुठभेड़ के दौरान एक अन्य बदमाश मौके से भाग निकला जिसकी तलाश पुलिस कर रही है घटनास्थल से पुलिस को एक एक-47 राइफल हुआ 9 एम एम् की पिस्टल भी मिली है। आशीष रंजन उर्फ छोटू का प्रयागराज में पाया जाना निश्चित ही इस दिशा में इशारा कर रहा है कि वह प्रयागराज में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने वाला था।















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