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भांग के पौधे से बना लेनिन काटन खूबसूरती में लगाएगा चार चांद



भांग के पौधे से बना लेनिन काटन खूबसूरती में लगाएगा चार चांद


प्रयागराज और निकटवर्ती जिलों के किसानों की आमदनी में भी होगा इजाफा,रोजगार के मिलेंगे नए अवसर

प्रयागराज। सन जिसे सामान्य रूप में अलसी के रूप में जाना जाता है, से बने लेनिन कॉटन के कपड़े बाजार में खूब बिकते हैं। अब बाजार में भांग के पौधे से बना लेनिन काटन धूम मचाने को तैयार है। अपनी खूबियों के कारण यह गर्मियों में ठंडक और ठंड में गर्मी देने के कारण लोकप्रिय हो रहा है। इसकी शुरुआत उत्तर प्रदेश के एक युवा उद्यमी ने कर दी है जिन्होंने भांग के पौधे से कपड़ा बनाना शुरू किया है। 
अभी तक भांग का इस्तेमाल नशे और कुछ दवाओं के निर्माण में होता रहा है। लेकिन अब आप इनके कपड़े पहन सकेंगे। यही नहीं अपने विशेष गुणों के कारण यह एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल भी होते हैं। अभी तक भांग के फल फूल और पत्तियों का ही उपयोग होता था। अब भांग के पौधे के डंठल से प्राप्त रेशों से लेनिन काटन बनाया जाएगा। जिससे किसानों की आमदनी में भी इजाफा होगा।







 इसके लिए युवा उद्यमी आयुष ने एक स्टार्टअप शुरू किया है। भांग के पौधे से मिलने वाले लेनिन काटन के बारे में बताते हुए सेंट्रल विश्वविद्यालय, प्रयागराज के वनस्पति विज्ञान के प्रोफेसर डॉ एनबी सिंह ने कहा कि भांग के पौधों से प्राप्त रेशों में बहुत ही बारीक छिद्र होते हैं जो वातावरण को शरीर के अनुकूल बनाए रखने में सहायक होते हैं। प्रयागराज कौशांबी और फतेहपुर जिले में लाइसेंस के साथ किसान सालों से इसकी खेती करते आ रहे हैं वस्त्र निर्माण में भांग के पौधे से के प्रयोग से किसानों की आमदनी बढ़ने के साथ ही रोजगार के नए आयाम खुलेंगे।

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