नीलगाय और आवारा पशुओं पर लगेगी प्रभावी रोकथाम
किसान मेला में स्टार्टअप में पेश किया फार्मूला
प्रयागराज। ग्रामीण इलाकों में किसानों की सबसे बड़ी समस्या नीलगाय और आवारा पशु है। जो उनकी खेती को तहस-नहस कर देते हैं। इन दिनों यह समस्या दिनोंदिन विकराल होती जा रही है। शासन स्तर पर किए जा रहे प्रयास नाकाफी साबित हो रहे हैं।प्रयागराज के किसान मेला में महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में स्थापित स्टार्टअप ने किसानों के लिए इससे रोकथाम के कई फार्मूला को पेश किया है। जो प्राकृतिक और जैविक दवा के रूप में इस समस्या से निजात दिला सकते हैं।
इन्नोवेटिव पेस्टीमेटिक प्राइवेट लिमिटेड केमिकल फ्री दवाओं को किसानों के सामने पेश किया है। जिसमें केमिकल का इस्तेमाल बिल्कुल नहीं किया गया है। किसानों की उत्सुकता भी इसे लेकर काफी देखी गई। कंपनी के बिजनेस हेड सूरज मेहरोत्रा ने बताया कि इन दवाओं को जड़ी बूटियों, जंगली पशुओं के मूत्र अर्क प्राकृतिक तेल आदि से बनाया जाता है। जिससे खेतों को चारों तरफ छिड़काव करने से नीलगाय आवारा पशुओं से दूर रहते हैं और उन से छुटकारा मिल जाता है। इसके अलावा बंदर जंगली सूअर सांप बिच्छू चूहा आज के लिए भी अलग अलग दवाएं मौजूद है।














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