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आला अधिकारियों ने रात के अंधेरे में खंगाली जेल






आला अधिकारियों ने रात के अंधेरे में खंगाली जेल


लोकल पुलिस को भी नही थी सूचना


नैनी। सेंट्रल जेल में शनिवार की देर रात जिले के आला अधिकारियों ने बिना किसी सूचना के छापा मारा। लगभग 12:00 बजे जेल पहुंचे अधिकारियों ने लोकल पुलिस को भी इसकी सूचना नहीं दी थी। छापे के दौरान अधिकारियों ने जेल का एक-एक कोना छाना।  जेल के अंदर मौजूद एक एक चीजों की गहनता से तलाशी ली गई। इस दौरान कैदियों की बैरक में बीड़ी, सिगरेट, चाकू नुमा औजार और लाइटर मिलने की भी सूचना है। छापे के समय वरिष्ठ जेल अधीक्षक शशिकांत सिंह अपने आवास पर मौजूद थे।
मंडल आयुक्त प्रयागराज विजय विश्वाश पंत,आईजी रेंज चंद्र प्रकाश, पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा और डीएम संजय कुमार खत्री के नेतृत्व में वरिष्ठ अधिकारियों की एक टीम रात के अंधेरे में सेंट्रल जेल नैनी के दरवाजे पर पहुंची। पहुंचते ही उसने जेल के अंदर बाहर किसी के भी जाने पर प्रतिबंध लगा दिया। बताया जाता है की अतीक अहमद से जुड़े गुर्गों की खास तलाशी ली गई। जेल में बंद अपराधियों की सेल की गहनता से जांच हुई। सीसीटीवी कैमरा की विशेष जांच हुई। इस दौरान वीडियो वाल के माध्यम से भेजी जा रही फीड को भी अधिकारियों की टीम ने देखा। जेल में प्रवेश के दौरान रजिस्टर में की जाने वाली इंट्री की एक एक पहलू की भी जांच की। बता दें कि अतीक अहमद का बेटा अली इन दिनों हाई सिक्योरिटी सेल में बंद है। उसके सेल की भी अधिकारियों ने बारीकी से जांच की इसके बाद अधिकारियों का दल कश्मीरी अलगाववादियों की बैरक में पहुंचा और वहां भी तलाशी ली। जानकारी के मुताबिक अधिकारियों ने जेल से अपराधियों द्वारा चलाए जा रहे मोबाइल की सूचना की खास तौर पर जांच की। प्रत्येक बैरक में अधिकारियों ने एक-एक कैदी के बिस्तर और उनके पास मौजूद सामान की तलाशी ली। इस दौरान कुछ जगहों से खाने की चम्मच को चाकू नुमा बनाए आजा, बीड़ी, सिगरेट, गुटका आदि सामग्री भी मिली। देर तक चली इस तलाशी में स्थानीय पुलिस को भी बिल्कुल जानकारी नहीं दी गई थी। एक दिन पहले ही जिला जज के साथ पहुंचे जिला अधिकारी से बंदियों ने खाने की गुणवत्ता पर शिकायत की थी। जिसे तत्काल प्रभाव से निस्तारित करने का आदेश जिलाधिकारी ने जेल प्रशासन को दिया था।

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