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पैर छूकर हत्या का दौर शुरू करने वाले माफिया बृजेश सिंह उर्फ अरुण सिंह को सिकरौरा हत्याकांड में हाईकोर्ट से बड़ी राहत






पैर छूकर हत्या का दौर शुरू करने वाले माफिया बृजेश सिंह उर्फ अरुण सिंह को सिकरौरा हत्याकांड में हाईकोर्ट से बड़ी राहत



मामले में 13 आरोपियों में बृजेश सिंह समेत 9 बरी




प्रयागराज। तत्कालीन वाराणसी के सिकरौरा गांव में 9 अप्रैल 1986 को प्रधान रामचंद्र यादव के घर में घुसकर कुछ बदमाशों ने अचानक फायरिंग कर दी। ताबड़तोड़ फायरिंग में रामचंद्र, रामजन्म, सियाराम और चार मासूम बच्चों मदन,उमेश,टुनटुन और प्रमोद की हत्या कर दी गई थी। बदमाश गोली मार कर मोटरसाइकिल से फरार हो गए। कहा जाता है कि इस हत्याकांड को जेल से छूट उसे बेटे ने अंजाम दिया था जिसके पिता की गांव के ही दबंगों ने हत्या कर दी थी आगे चलकर यही बेटा उत्तर प्रदेश में बाहुबली माफिया और विधायक बृजेश सिंह के नाम से जाना गया जिसका असली नाम अरुण सिंह बताया जाता है। पूर्वांचल के वाराणसी के चोलापुर थाने के धौरहरा के रहने वाले माफिया और पूर्ण एमएलसी बृजेश सिंह को बड़ी राहत इलाहाबाद हाईकोर्ट से मिली है। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 37 साल पहले हुए सिकरौरा हत्याकांड में माफिया समेत 9 लोगों को बरी कर दिया। हालांकि देवेंद्र सिंह, वकील सिंह, राकेश सिंह और पंचम सिंह को दोषी करार दिया है। जिन्हें उम्र कैद की सजा सुनाई गई है। सोमवार को चीफ जस्टिस प्रीतिंकर दिवाकर और जस्टिस अजय भनोट की डिवीजन बेंच ने यह फैसला सुनाया। हत्या के पीछे की वजह जमीन संबंधित विवाद और ग्राम प्रधान चुनाव की रंजिश बताई गई थी। रामचंद्र की पत्नी हीरावती देवी की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया था। इस मामले में बृजेश सिंह सहित 13 लोग आरोपी बनाए गए थे। 2018 में वाराणसी की सेशन कोर्ट ने गवाहों के बयान में भिन्नता होने के चलते सभी तेरह आरोपियों को बरी कर दिया था। सेशन कोर्ट के फैसले को हीरावती और सरकार ने हाई कोर्ट में चुनौती दी थी। बताया जाता है कि 1984 में बृजेश के पिता सिंचाई विभाग के कर्मचारी रविंद्र नाथ सिंह की गांव के ही पांचू सिंह से जमीन को लेकर झगड़ा हुआ था। मिली जानकारी के अनुसार इस समय हुई पिता की हत्या के बाद बृजेश सिंह ने पढ़ाई छोड़कर हथियार उठा लिए थे। बताया जाता है की बृजेश सिंह ने पहले हत्या पंचू के पिता जो घर के बाहर बैठे थे, के पांव छूकर की थी। इसी दुश्मनी में सिकरौरा हत्याकांड भी बताया जाता है।

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