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प्रदेश के पहले बायो सीएनजी प्लांट से तैयार होगी 'बायो मीथेन '

प्रदेश के पहले बायो सीएनजी प्लांट से तैयार होगी 'बायो मीथेन '


नैनी। बायो सीएनजी जिसे बायो मीथेन के नाम से भी जाना जाता है। नैनी के अरैल स्थित प्लांट में उत्पादन के लिए तैयार है। जिसे एवर एनवीजो (Ever Envizo) और प्रयागराज नगर निगम द्वारा 25 वर्षीय पीपीपी मॉडल के अंतर्गत विकसित किया गया है। परियोजना का निर्माण थर्मेक्स बायो एनर्जी सोल्यूसन प्राइवेट लिमिटेड (Thermax Bioenergy Solutions Pvt. Ltd. (TBSPL) की निगरानी में हुआ है। जिसका निर्माण मात्र नौ महीने में हुआ है। बायो सीएनजी उच्च कैलोरी मान रखती है।जिसका अर्थ है कि यह अन्य ईंधनों की तुलना में प्रति इकाई मात्रा में अधिक ऊर्जा पैदा कर सकती है।








 
प्रोजेक्ट की कुल लागत 12.49 करोड़ है और यह लगभग 12555 वर्गमीटर क्षेत्र में फैला है। इस प्लांट की प्रसंस्करण क्षमता 343 टन प्रतिदिन (टीडीपी) है, जो जैविक कचरे जैसे फल, सब्जियां, खाद्य अपशिष्ट, धान भूसा और गोबर को प्रोसेस करेगा।
प्लांट से हर दिन 21.5 टन बायो-सीएनजी गैस का उत्पादन होगा। इसके साथ ही 109 टन ठोस जैविक खाद (बायो स्लरी) और 100 टन तरल जैविक खाद भी तैयार की जाएगी, जिसका उपयोग कृषि और भूमि सुधार में किया जाएगा। इस प्लांट की सबसे बड़ी उपलब्धि इसका सुरक्षित और समयबद्ध निर्माण है। टीम लीडर सुशील कुमार ने कहा "यह सामूहिक प्रयास की जीत है," ।
इस प्रोजेक्ट से न केवल हरित ऊर्जा को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि यह पर्यावरणीय स्थायित्व, रोजगार और स्वच्छता जैसे लक्ष्यों में भी प्रदेश को आगे बढ़ाएगा।

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