भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में युवाओं क़ी भूमिका महत्वपूर्ण : आनंदी बेन
प्रोफेसर राजेंद्र सिंह रज्जू भैया विश्वविद्यालय में आयोजित आठवे दीक्षांत समारोह में पहुंची राज्यपाल
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश क़ी राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने सोमवार को प्रो0 राजेन्द्र सिंह ‘‘रज्जू भैया’’ विश्वविद्यालय में आयोजित आठवे दीक्षांत समारोह कार्यक्रम में सम्मिलित हुई। राज्यपाल ने दीक्षांत समारोह कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर आयोजित दीक्षांत समारोह में परास्नातक, स्नातक एवं व्यवसायिक शिक्षा के विभिन्न पाठ्यक्रमों के कुल 92109 विद्यार्थिंयों को उपाधि प्रदान की गयी। इसके साथ ही साथ आयोजित कार्यक्रम में विभिन्न विषयों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले कुल 191 विधार्थिंयों को पदक प्रदान किया, जिसमें 129 छात्राएं एवं 62 छात्र पदक प्राप्त किए।इस अवसर पर राज्यपाल ने गोद लिए गए गांवों के प्राथमिक विद्यालय में पढ़ने वाले प्राथमिक विद्यालयों के बच्चों को उपहार सामग्री का वितरण किया। राज्यपाल के द्वारा जिला प्रशासन की ओर से आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों हेतु उपलब्ध कराये गये 200 आंगनबाड़ी किट एवं विश्वविद्यालय की ओर से उपलब्ध कराये गये 100 किट कुल 300 किटों को आंगनबाड़ी केन्द्रों के लिए प्रदान किया गया।
इस अवसर पर राज्यपाल के द्वारा विश्वविद्यालय की स्मारिका का विमोचन किया गया। इस अवसर पर राज्यपाल महोदया ने अधिकारियों एवं शिक्षकों को उनके द्वारा स्वरचित पुस्तक ‘‘चुनौतियां हमें पसंद हैं’’ एवं इसके साथ चार अन्य पुस्तके प्रदान किए। कार्यक्रम में प्राथमिक विद्यालयों के बच्चों के द्वारा पर्यावरण सुरक्षा ही जीवन सुरक्षा हैं, विषय पर आधारित-पेड़ बचाओं रे भइया पेड़ लगाओ गीत पर मनमोहक प्रस्तुती दी गयी। राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल के द्वारा प्रो0 राजेन्द्र सिंह ‘‘रज्जू भैया’’ विश्वविद्यालय परिसर में पौधरोपण भी किया गया l
राज्यपाल आनंदीबेन ने उपस्थित लोगो को सम्बोधित करते हुआ कहा कि आज दीक्षांत समारोह में लगभग 200 लोगो को उपाधियां, मेडल दिए गए, मैं उन सभी लोगो को बहुत-बहुत शुभकामनाएं देती हूं। आपने जो वर्षो तक मेहनत की है, जो सीखा है, इसके लिए आपको यह डिग्री और अवार्ड प्राप्त हुए है, मैं इसके लिए सबसे पहले आपके माता-पिता को बधाई एवं शुभकामनाएं देती हूं। दीक्षांत समारोह में भी बेटिया मेडल व डिग्री प्राप्त करने में बेटो से आगे है। आज नारी शक्ति आगे है और भविष्य में भी इसी प्रकार आगे बढ़ती रहेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा तात्कालिक समय में असम राज्य में किए गए इथेनॉल संयंत्र कार्यों को रेखांकित करते हुए विद्यार्थियों को नए शोध के आयाम एवं क्षेत्र को खोजने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि आज विश्वविद्यालयों को रिसर्च व पेंटेंट पर ध्यान देने की आवश्यकता है। कहा कि संसाधनों का उपयोग जनकल्याण के लिए कैसे किया जा सकता है, इसके बारे में सोचना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारी समस्यायें क्या है, इसका समाधान क्या है, इसके समाधान के लिए हमें क्या करना चाहिए, कहां क्या-क्या संसाधन है, जिनका हम उपयोग कर भारत को आगेे बढ़ाने का प्रयास कर सकते है।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष संजय श्रीनेत्र ने दीक्षांत समारोह में मेडल व उपाधि प्राप्त करने वाले सभी छात्र-छात्राओं को शुभकामनाएं एवं बधाई देते हुए विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य की कामना की। उन्होंने विश्वविद्यालयों को शिक्षा के साथ-साथ सामाजिक सरोकारों से भी ओतप्रोत बताते हुए संस्कारित शिक्षा की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि शिक्षा को चरित्र का उत्प्रेरक होना चाहिए और संस्कारित ज्ञान होना अच्छा है। उन्होंने कहा कि हमें हर कार्य में उत्कृष्टता पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है, क्योंकि उत्कृष्टता की जितनी साधना करेंगे, उतना ही हमें सम्मान मिलेगा।
कैबिनेट मंत्री उच्च शिक्षा विभाग योगेन्द्र उपाध्याय ने प्रोफेसर राजेंद्र सिंह जी के जीवन चरित्र पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि उनका जीवन हम सब के लिए एक प्रेरणा स्रोत है और हमें आगे बढ़ने के लिए उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए। राज्य मंत्री उच्चशिक्षा विभाग श्रीमती रजनी तिवारी ने दीक्षांत समारोह के अवसर पर कहा क़ि आज डिग्रियां प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों, उनके माता-पिता शिक्षकों को बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि दीक्षांत समारोह हमारे छात्र छात्राओं के लिए उत्सव का दिन है।
इस अवसर पर राजेन्द्र सिंह (रज्जू भइया) विश्वविद्यालय के कुलपति श्री अखिलेश कुमार सिंह ने विश्वविद्यालय की शैक्षणिक उपलब्धियों के बारे में बताते हुए कहा कि आज 739 कालेज इस विश्वविद्यालय से सम्बद्ध है तथा 5 लाख से अधिक छात्र-छात्राएं शिक्षा ग्रहण कर रहे है। उन्होंने कहा कि संकल्प, निष्ठा व सामूहिक प्रयास से राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) द्वारा विश्वविद्यालय को ए ग्रेड प्रदान किया गया है, जो विश्वविद्यालय की निरंतर प्रगति, शोध संस्कृति, नवाचार और सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना को दर्शाता है।इस अवसर पर मा0 कैबिनेट मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नंदी, जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा, कुल सचिव श्रीमती विनीता यादव,विश्वविद्यालय के आचार्यगण व छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
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